सफलता की कहानी: दीपक कुमार
मेरा नाम दीपक कुमार है, और मैं बिहार के एक छोटे से गाँव से आता हूँ। मेरी यात्रा संघर्षों से भरी रही है, लेकिन मैंने कभी हार नहीं मानी। आज मैं अपने सपनों को पूरा करने की राह पर हूँ और अपनी सफलता की कहानी आप सभी के साथ साझा करना चाहता हूँ।
संघर्षों से सफलता तक का सफर
मैं एक साधारण परिवार से हूँ, जहाँ आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी। मेरे माता-पिता ने मेरी पढ़ाई के लिए हर संभव कोशिश की, लेकिन संसाधनों की कमी हमेशा एक चुनौती बनी रही। मैं शुरू से ही डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करना चाहता था, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, जहाँ स्वास्थ्य सुविधाएँ बहुत सीमित होती हैं।
मैंने NEET की परीक्षा दी, लेकिन दुर्भाग्यवश दो बार असफल रहा। यह मेरे लिए बहुत बड़ा झटका था, लेकिन मैंने हार मानने के बजाय अपने लक्ष्य को पाने के नए रास्ते तलाशे। मुझे पता था कि यदि मैं स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करना चाहता हूँ, तो केवल डॉक्टर बनना ही एकमात्र विकल्प नहीं है।
AIIMS Paramedical Exam 2022 में सफलता
मैंने अपनी रणनीति बदली और AIIMS Paramedical Exam की तैयारी शुरू कर दी। कड़ी मेहनत और लगन से मैंने 2022 में इस परीक्षा में सफलता प्राप्त की और AIIMS नागपुर में BMLT (बैचलर इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी) के लिए चयनित हुआ। यह मेरे लिए और मेरे परिवार के लिए गर्व का क्षण था।
लेखन और मार्गदर्शन की ओर बढ़ता कदम
मेरी सफलता की यात्रा में मुझे यह एहसास हुआ कि सही मार्गदर्शन और अध्ययन सामग्री की कमी के कारण कई छात्र पीछे रह जाते हैं। इसी सोच के साथ मैंने "AIIMS BSc Nursing और AIIMS BSc Paramedical Entrance Exam" की किताबें लिखीं, ताकि अन्य छात्र मेरी गलतियों से सीख सकें और अपनी तैयारी को बेहतर बना सकें।
MEDOPA: एक स्टार्टअप की शुरुआत
मुझे हमेशा से स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार करने की चाहत थी, खासकर ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में। इसी सोच को साकार करने के लिए मैंने "MEDOPA" नामक एक स्टार्टअप लॉन्च किया, जो स्थानीय प्रयोगशालाओं से जुड़ी सेवाएँ प्रदान करता है। इस पहल का उद्देश्य है कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को किफायती और सुविधाजनक स्वास्थ्य जाँच सेवाएँ मिल सकें।
भविष्य की योजनाएँ
मेरा सपना है कि मैं बिहार और अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारने में योगदान दूँ। मैं चाहता हूँ कि हर गाँव में लोगों को उचित चिकित्सा जाँच और उपचार मिले, ताकि किसी को भी सही समय पर इलाज के अभाव में अपनी जान न गंवानी पड़े।
मेरी यात्रा यह साबित करती है कि कठिनाइयाँ चाहे जितनी भी हों, अगर संकल्प मजबूत हो तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता। मैं उन सभी छात्रों और युवाओं को यह संदेश देना चाहता हूँ कि असफलता अंत नहीं होती, बल्कि यह सफलता की ओर बढ़ने का एक नया अवसर होती है। मेहनत करें, धैर्य रखें और अपने सपनों को साकार करने के लिए निरंतर प्रयास करें।
- दीपक कुमार